निदेशक की कलम से

दिशा कल्प: मेरा पृष्ठ
ग्रीष्मावकाश में समय का सदुपयोग
शिक्षक बनना सुखद है पर पर्याप्त नही, पर्याप्त बनने के लिए शिक्षक हेतु आवश्यक है कि स्वयं को शाश्वत रूप से विद्यार्थी भी बनाए रखे जिससे ज्ञान के बढ़ते क्षितिज के साथ वह गतिशील हो सके। इसी परिप्रेक्ष्य में शिक्षकों से मेरा आग्रह है कि ग्रीष्मावकाश में स्वाध्याय करें, जितना अधिक आप का अध्ययन होगा ज्ञानकोश उतना ही अधिक समृद्ध होगा जिसका लाभ आप के माध्यम से विद्यार्थियों के द्वारा समाज को मिलेगा। स्वअनुशासन के आचरण का आदर्ष प्रतिष्ठित करने हेतु प्रतिपल स्वयं को शिष्य बनाए रखना अपेक्षित है। शिक्षक के साथ-साथ चिंतक बनना भी आवश्यक है, अन्यथा व्यक्तित्व से ज्ञान और तेज की धार लुप्त हो जाएगी। उत्तरोत्तर प्रगति के पथ पर अग्रसर होने के लिए टेक्नोलॉजी के इस युग में मेरी अपेक्षा रहेगी कि समस्त शिक्षक ग्रीष्मावकाश में स्वाध्याय के साथ-साथ कम्प्यूटर अवश्य सीखें व रोजमर्रा के कार्यो में तकनीकी ज्ञान के महत्त्व को समझते हुए विद्यार्थियों को इससे जोड़े।
राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम (RKSMBK) कार्यक्रम में एप के प्रयोग को अनवरत रखते हुए 17 से 20 अप्रेल आंकलन 3 द्वारा हिन्दी, अंग्रेजी व गणित विषय में कक्षा 3 से 8 तक के विद्यार्थियों की उपलब्धि ने पूर्व के रिकॉर्ड तोड़ते हुए 97% उत्तरपत्रक (OMR sheets) अपलोड कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। शिक्षा विभाग द्वारा किया गया यह कार्य वैश्विक परिप्रेक्ष्य में अद्वितीय है।
संस्था प्रधान, शिक्षक व छात्र सभी बीते शैक्षिक सत्र का मूल्यांकन करते हुए देखें कि सत्रारंभ में हमने जिन लक्ष्यों की प्राप्ति निर्धारित की थी, हम उनकी शत प्रतिशत प्राप्ति से कितने दूर हैं। लक्ष्य प्राप्ति हेतु व्यवस्थित कार्य योजना बनाकर प्रयास करें। मेरा विश्वास है आपकी मेहनत रंग लाएगी एवं शीघ्र ही आपका ध्येय सिद्ध होगा।
ग्रीष्मावकाश अर्थात विद्यालय से प्राप्त दीर्घ अंतराल............! आवश्यकता है इस अंतराल को अभिभावक गण अवसर के रूप में प्रयुक्त करते हुए बच्चों के व्यवहार पर पूर्ण ध्यान केंद्रित कर अपेक्षित सुधार हेतु प्रयास करें। बालकों को स्वच्छ जीवनशैली का महत्त्व समझाते हुए स्वस्थ दिनचर्या अपनाने हेतु प्रेरित करें जिससे बाल्यकाल से ही उनमें अच्छी आदतों का विकास हो सकेगा।
मैं उम्मीद करता हूँ कि योग दिवस के माध्यम से हम अपने विद्यार्थियों को प्राचीन भारतीय योग परम्पराओं यथा अनुलोम-विलोम, कपाल भाति व सूर्य नमस्कार जैसे योगासनों आदि से परिचित कराएंगे। रवीन्द्रनाथ टैगोर, महाराणा प्रताप, भामाशाह जयंती की सभी को शुभकमनाएं................
काना राम
(I.A.S.)
Shivira Panchang
Latest News
|