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GOVERNMENT INSTITUTE OF ADVANCED STUDIES IN EDUCATION, AJMER
राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान, अजमेर (IASE) का इतिहास
राजस्थान की सुरम्य अरावली पर्वत श्रंृखला के मध्य स्थित अजमेर जिले का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। सर्वप्रथम 1941 में शिक्षक प्रशिक्षण को सर्व सुलभ बनाने के लिये इसकी स्थापना की गयी। प्रारम्भ में ही इसे बी0टी0सी0 (शिक्षण प्रशिक्षण विघालय) एंव सी.टी.(शिक्षण प्रमाण परीक्षा)स्तर की मान्यता प्रदान की गयी तथा 1950 मेें बुनियादी एंव एस.टी.सी. शिक्षा प्रशिक्षण विघालय स्तर का पाठयक्रम प्रारम्भ किया गया। शिक्षण प्रशिक्षण के अन्तर्गत 1957 में इसे बी.एड. स्तर की मान्यता देते हुऐ महाविघालय में क्रमोन्नत किया गया। इस महा विघालय को 1988 में एम.एड. स्तर की मान्यता प्राप्त हुई। इस मान्यता के साथ इसे राजस्थान में स्नातकोत्तर शिक्षा महाविघालय होेने का गौरव प्राप्त हुआ । सन् 1974 में इसे ग्रीष्मकालीन सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण का केन्द्र बनाया गया तथा 1989 में इसे राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान (IASE) में स्तरोन्नत किया गया।
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Shri Ashok Gehlot
Hon'ble Chief Minister of Rajasthan

Sh. Dr. Bulaki Das Kalla
Hon'ble Minister of Education Rajasthan
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Sh. Gaurav Aggarwal (I.A.S), Director
Secondary Education, Rajasthan, Bikaner
राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान, अजमेर (IASE) की स्थापना
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 में शिक्षा को बहुउद्देशीलय स्वरुप दिया गया । संसाधनों की दृष्टि से मानव संसाधन को प्रमुख माना गया और शिक्षा क्षेत्र में सेवारत शिक्षकों के व्यवसायिक संवर्घन हेतु सेवाधीन शिक्षक प्रशिक्षण पर बल दिया गया । इसी अनुपालना में सम्पूर्ण भारत की भांति राजस्थान में भी उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान एवं शिक्षक शिक्षा महाविघालय स्थापित किये गयें। अजमेर का यह राजकीय शिक्षक शिक्षा महाविघालय इस कडी में राज्य का प्रथम उच्च अध्ययन शिक्षा सस्थान स्वीकृत हुआ और सन् 1988 में इसकी स्थापना हुई। वर्तमान में राज्य में 2 उच्च अध्ययन शिक्षा संस्थान (IASE) एंव 8 शिक्षक शिक्षा माहविघालय (CTE) संचालित है।
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